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Showing posts from May, 2021

abe zam zam pine ki dua

Abe Zam Zam Peene Ki Dua In Hindi आबे ज़म ज़म का पानी पीने का सही तरिका और दुआ Abe zam zam ki suruat kaise hua  आबे ज़म ज़म की शुरुआत कैसे हुआ पूरी दुनिया जानती हैं कि अल्लाह के हुक्म पर हज़रत इब्राहिम अलैहिस्सलाम अपने बीवी हज़रत हाज़रा अलैहस्सलाम और बेटे इस्माईल अलैस्सलाम को ऐसे वीरान जगह पर छोड़ कर चले गये थे जहाँ पानी का एक बूंद कतरा भी न था लेकिन जब इस्माईल अलैस्सलाम ( जो अभी दूध पीते बच्चें थे ) प्यास के मारे जमीन में अपनी एडिया रगड़ रहे थे तब अल्लाह के हुक्म से जमीन से एक चश्मा जारी हुआ जिसका नाम ज़मज़म पड़ा Abe zam zam peene ki dua अगर मुस्लिम (मुस्लमान) होतो किबला रुख खड़े बिस्मिल्लाह पढ़े फिर ये दुआ पढ़े 4. पीने के बाद अल्हम्दुलिल्लाह पढ़े Hindi अल्लाहुम्मा इन्नी अस अलुका इल्मन नाफिया व रिज़्क़न वासिआ व शिफा  अम मिन कूल्ली दाअ Translation ए अल्लाह मैं तुझ से इल्मे नाफे का और रिज्क की कुशादगी का और बीमारी से शिफ़ा का सवाल करता हूँ 

naya kapda pehne ki dua

Naya kapda pehne ki dua नए कपड़े पहनने की दुआ दोस्तों इस पोस्ट में हम आज Naya   Kapda Pehne Ki Dua और इस्लामिक तरीका जानेगें की हमारे नबी कपड़ा ( Kapda ) किस तरह से पहनते थे और उनके उम्मत को किस तरीके से पहने ( Pehne ) चाहिए और हमारे इस्लाम में किस तरीके से कपड़ा पहनना सुन्नत हैं कपड़ा पहनने का सुन्नत तरीका यानी इस्लामिक तरीका यह हैं की कोई आदमी कपड़ा ( Cloth ) इस तरह से न पहने ( Put On ) की उसे देखने वाले को सर्मिन्दा महसूस न हो  Hindi Me: अलहम्दू लिल्लाहिल लज़ी कसानी मा ओवारी बिही औरती व अ त जम्मलु बिही फी हयाती तर्जुमा: सब ताअरीफे उस अल्लाह के लिए हैं जिसने मुझको कपड़ा पहनाया जिससे मैं अपनी शर्मगाह को छुपाता हूँ और अपनी ज़िन्दगी में इससे खूबसूरती हासिल करता हूँ Urdu Me: الْحَمْدُ لِلَّهِ الَّذِي كَسَانِي هَذَا وَرَزَقَنِيهِ مِنْ غَيْرِ                                         حَوْلٍ مِنِّي وَلَا قُوَّةٍ English Me:  Alhamdulil Lahil Lazi Kasani Ma Uwari Bihi Aurati Wa Atajammalu Bihi Fi Hyati

wazu ka tarika

Wazu karne ka tarika वजू करने का तरीका Wazu ke faraiz kitne hain Wazu ki sunnat kitni hai Wazu ko todne wali cheeze kya hai आज हम इस पोस्ट में wazu karne का sahi tarika के बारे में जानेगें आप सभी लोग हमारे इस पर इस्लामिक दुआ, वुज़ू का तरीका, खाना खाने की दुआ, सोते वक़्त की दुआ, मस्जिद में दाखिल होने की दुआ हमारे वेबसाइट पर मौजूद है  Wazu karne ka sahi tarika   वुज़ू  करने का सही तरीका वजू करने का सही तरीका यह है की सबसे पहले नीयत करने और बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम पढ़ने के बाद मिस्वाक इस्तेमाल की जाए फिर गट्टों तक हाथों को पानी से मले और उँगलियों का खिलाल करे फिर बाएँ हाथ में लोटा वगैरह लेकर दाहिने हाथ पर उँगलियों की तरफ से शुरु करके गट्टे तक तीन बार पानी बहाया जाए फिर बाँए हाथ पर उँगलियों की तरफ़ से शुरु करके गट्टे तक तीन बार पानी बहाए फिर तीन बार कुल्ली करे इस तरह कि मुँह की तमाम जड़ों और दांतों की सब खिड़कियों में पानी पहुँच जाए कि वुज़ू  ( wazu) में इस तरह कुल्ली करना सुन्नते मुअक्किदह है और गुस्ल में फर्ज है। अगर रोजहदार न हो तो हर कुल्ली गरगरह के साथ करे फिर नाक में अगर रीठ ल

do sajdon ke darmiyan ki dua

2 sajdon ke darmiyan ki dua दो सजदो के दरमियान की दुआ दोस्तों आज आप सभी लोग इस पोस्ट में दो  सजदो के दरमियान की दुआ ( do sajdo ke darmiyan ki dua ) जानेगे, दुआ अरबी: ( Dua Arbic ) दुआ हिंदी : ( Dua Hindi ) " अल्लाहुम्मग-फिरली-वर-हमनी-व-आफिनी-व दिनी-वर जुकनी " तर्जुमा: एह अल्लाह मुझे बख्श दे और मुझ पर रहम फरमा और मुझे आफियत दे और मुझे हिदायत दे और मुझे रिज़क़ आता फरमा, रसूल अल्लाह सलअल्लाहु अलैही वसल्लम दो सजदो के दरमियान ( Do sajdon ke darmiyan ) ये दुआ पढ़ते थे,

masjid mein jane ki dua

Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua| मस्जिद में दाखिल होने की दुआ मस्जिद ( Masjid ) वह जगह है जहाँ अल्लाह की इबादत की जाती है हमें ज्यादा से ज्यादा इबादत मस्जिद ( Masjid ) में जा कर करनी चाहिए| क्यूंकि मस्जिद में की गयी इबादत घर में की जाने वाली इबादत से 10 गुना ज्यादा सवाब मिलता है इस्लाम धर्म में छोटी छोटी दुआ ( Dua ) से भी बेशुमार नेकिया मिलती है क्या पता एक छोटी सि दुआ ( Dua ) खुदा को पसंद आ जाए इसीलिए जब कभी भी कुछ काम करें तो उस काम की दुआ पढ़ लिया करें जैसे घर से बाहर जाने की दुआ पढ़ लिया करें और जब मस्जिद पहुंच जाए तो मस्जिद में दाखिला Dakhil होने की दुआ पढ़े और जब मस्जिद से बाहर आये तब भी मस्जिद से बाहर आने की दुआ ( Dua ) पढ़े Masjid- मस्जिद में दाखिल (Dakhil) होते समय पहले सीधा (दाहिना) पैर अंदर रखना है फिर ये दुआ पढ़ते हुए अंदर जाना होता है | Masjid Me Jane Ki Dua ( मस्जिद में जाने की दुआ ) दुआ: "अल्लाहुम्म फ तहली अबवा ब रहमतिका" तर्जुमा: ए अल्लाह तू अपनी रेहमत के दरवाजे मेरे लिए खोल दे Masjid Se Bahar Nikalne Ki Dua (मस्जिद से बाहर निकलने की दुआ) दुआ: "अल्लाह

So Kar Uthne Ki Dua

So Kar Uthne Ki Dua ( सो कर उठने की दुआ ) दोस्तों अल्लाह ताला रहीमो करीम हैं | जो अपने नेक बन्दों पर अपनी रहमत की बारिस करता रहता हैं | इसीलिए हमें कोई भी काम करने से पहले खुदा को याद कर लेना चाहिए | अल्लाह ने कुरआन शरीफ में हर एक काम के लिए कोई न कोई दुआ नाजिल किया हैं दोस्तों मैं उन दुआओ में से कुछ दुआ इस पोस्ट में आप के लिए लाया हूँ | So kar uthne ki dua in hindi ( सो कर उठने की दुआ हिन्दी में ) फज़ीलत: हुजूर सल्ललाह ताला अलैह व सलाम ने ये बताते हैं की जो इंसान ये दुआ पढ़के कर खुदा से जो मांगेगा वह मिलेगा दुआ:   "अलहम्दु लिल्लाहिल्लजी अहयाना बाअ द मा अमा त ना व एलैहिन नुशूर"। तर्जुमा: सब खूबियाँ उस अल्लाह के लिए हैं जिसने हमको जिन्दा किया बाद मौत देने के और उसी तरफ जाना है।

Ruku Aur Sajde Ki Dua

Ruku Aur Sajde Ki Dua ( रुकू और सजदे की दुआ ) अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज मैं इस पोस्ट में रुकू और सज़दे की दुआ आप लोगों के लिए लाया हुँ | Ruku Ki Dua "सुब्हान रब्बियल अज़ीम" Sajde Ki Dua "सुब्हानरब्बियल आअला" नोट: यह दुआ रुकू और सज़दे में पढ़ी जाती है |

Safar Ki Dua In Hindi

Safar ki Dua In Hindi- (सफ़र की दुआ हिन्दी में ) दोस्तों अल्लाह ताला रहीमो करीम हैं | जो अपने नेक बन्दों पर अपनी रहमत की बारिस करता रहता हैं | इसीलिए हमें कोई भी काम करने से पहले खुदा को याद कर लेना चाहिए | अल्लाह ने कुरआन शरीफ में हर एक काम के लिए कोई न कोई  दुआ  नाजिल किया हैं दोस्तों मैं उन दुआओ में से कुछ  दुआ  इस पोस्ट में आप के लिए लाया हूँ | Dua in hindi- दुआ हिन्दी में  फज़ीलत: हमारे नबी हुजूर जबभी सफ़र करते थे तो ये दुआ पढ़ा करते थे दुआ: "अल्लाहुम्म बि क असूलु व बि क आहूलु व बि क असीरु " तर्जुमा: ऐ अल्लाह मैं तेरी ही मदद से दुश्मनो पर हमला करता हूँ और तेरी ही रहमत से उनके दफअ करने की तदबीर करता हूँ और तेरे ही फज्लो से चलता हूँ |

sone se pahle ki dua in hindi

Sone se pahle ki dua in hindi (सोने से पहले की दुआ ) Raat ko sote waqt ki dua रात को सोते वक़्त की दुआ दोस्तों अल्लाह ताला रहीमो करीम हैं जो अपने नेक बन्दों पर अपनी रहमत की बारिस करता रहता हैं इसीलिए हमें कोई भी काम करने से पहले खुदा को याद कर लेना चाहिए | अल्लाह ने कुरआन शरीफ में हर एक काम के लिए कोई न कोई दुआ नाजिल किया हैं दोस्तों मैं उन दुआओ में से कुछ दुआ इस पोस्ट में आप के लिए लाया हूँ | sone se pahle ki dua in hindi ( सोने से पहले की दुआ हिंदी में  ) दुआ:   अल्लाहुम्म बि इस्मि क अमूतु व अहया तर्जुमा:    ऐ अल्लाह मैं तेरा नाम लेकर मरू और तेरा  नाम लेकर जिन्दा रहूं इसके बाद 33 बार (सुब्हानल्लाहि) 33 बार (अलहम्दु लिलाहि) और 34 बार (अल्लाहु अकबर) फिर एक मरतबा (आयतुल कुसी) एक बार (सूरह फ़ातिहा) और एक बार (सूरह इख्लास) और एक बार सूरह (काफिरुन) इसके बाद (अस्तगफिरुल्लाहल लजी लाइला ह इल्ला हुवल हय्युल कय्यूमु व अतूबु एलैहि) तीन मरतबा पढ़े।

toilet jane ki dua

Toilet jane ki dua (बाथरूम जाने की दुआ ) दोस्तों अल्लाह ताला रहीमो करीम हैं |जो अपने नेक बन्दों पर अपनी रहमत की बारिस करता रहता हैं |इसीलिए हमें कोई भी काम करने से पहले खुदा को याद कर लेना चाहिए | अल्लाह ने कुरआन शरीफ में हर एक काम के लिए कोई न कोई दुआ नाजिल किया हैं दोस्तों मैं उन दुआओ में से कुछ दुआ इस पोस्ट में आप के लिए लाया हूँ | Toilet jane ki dua in hindi (बाथरूम जाने की दुआ हिन्दी में ) फ़जीलत:  हमारे नबी करीम मुहम्मद सल्लल्लाहु ताला अलैहि वसल्लम जब बाथरूम ( या ईरादा करते ) बिस्मिल्लाहि पढ़ कर ये दुआ पढ़ते  दुआ:  अल्लाहुम्म इन्नी अ ऊ ज़ु बि क मिनल खुब्सि वल खबाइसि तर्जुमा:   ऐ अल्लाह मैं पनाह चाहता हूँ खबीस जिन्नो से मर्द हो या औरत | सोते वक़्त की दुआ सो कर उठने की दुआ खाना खाने की दुआ खाना खाने के बाद की दुआ बाथरूम जाने की दुआ बाथरूम से निकलने की दुआ नया कपड़ा पहनने की दुआ 

Khana Khane Ki Dua

Khana Khane Ki Dua ( खाना खाने की दुआ ) दोस्तों अल्लाह ताला रहीमो करीम हैं | जो अपने नेक बन्दों पर अपनी रहमत की बारिस करता रहता हैं | इसीलिए हमें कोई भी काम करने से पहले खुदा को याद कर लेना चाहिए | अल्लाह ने कुरआन शरीफ में हर एक काम के लिए कोई न कोई  दुआ  नाजिल किया हैं दोस्तों मैं उन दुआओ में से कुछ  दुआ  इस पोस्ट में आप के लिए लाया हूँ | khana khane ki dua in hindi ( खाना खाने की दुआ हिन्दी में ) फ़जीलत: खाना बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम पढ़ कर खाए की जो खाना बगैर बिस्मिल्लाह के खाया जाता हैं शैतान इस में शरीख हो जाता हैं दुआ: बिस्मिल्लाहि व अला बर क तिल्लाहि तर्जुमा: मैंने अल्लाह के नाम से और अल्लाह की बरकत पर खाना शुरू किया |  

all kalma in hindi

all kalma in hindi (कलमा हिन्दी में) 1 Kalma, पहला कलमा (तय्यब) "ला इलाहा इलल्लाहु मुहम्मदुर्रसूलुल्लाहि" तर्जुमा: अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं और हज़रत मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के नेक बन्दे और आखिरी रसूल है। 2 Kalma, दूसरा कलमा (शहादत) “अश-हदु अल्लाह इल्लाह इल्लल्लाहु वह दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु” तर्जुमा: मैं गवाही देता हु के अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। वह अकेला है उसका कोई शरीक नहीं. और मैं गवाही देता हु कि (हज़रत) मुहम्मद सलल्लाहो अलैहि वसल्लम अल्लाह के नेक बन्दे और आखिरी रसूल है। 3 Kalma, तीसरा कलमा (तमजीद) “सुब्हानल्लाही वल् हम्दु लिल्लाहि वला इला-ह इलल्लाहु वल्लाहु अकबर, वला हौल वला कूव्-व-त इल्ला बिल्लाहिल अलिय्यील अजीम” तर्जुमा: अल्लाह पाक है और सब तारीफें अल्लाह ही के लिए है और अल्लाह के सिवा कोई माबूद नहीं। इबादत के लायक तो सिर्फ अल्लाह है और अल्लाह सबसे बड़ा है और किसी में न तो ताकत है न बल लेकिन ताकत और बल तो अल्लाह ही में है जो बहुत शान वाला और बड़ा है। 4 Kalma, चौथा कलमा (तौहीद) “ला इलाह इल्लल्लाहु वह्-दहु ला शरी